हिना आजमी/ देहरादून. गेंदे के फूलों का इस्तेमाल पूजा सामग्री में और घर की सजावट के लिए किया जाता है. इसमें कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. इसकी पत्तियां भी किसी जड़ी-बूटी से कम नहीं हैं. इसमें साइटोटोक्सिक, हेपेटोप्रोटेक्टिव और स्पस्मोजेनिक जैसी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं, जो त्वचा की समस्याओं को दूर करती हैं. इनका रस सूजन कम करता है और स्किन के लिए फायदेमंद है.
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पतंजलि केंद्र में कार्यरत आयुर्वेदाचार्य डॉ शालिनी जुगरान ने बताया कि गेंदे के फूल और पत्तियों में एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीपायरेटिक जैसे गुण पाए जाते हैं. जिन लोगों के कान में दर्द होता है, तो वह गेंदे के कुछ पत्तों को साफ करके धो लें और फिर उनका रस निकालकर कान में रोजाना डालें, इससे जल्द आराम मिलता है. अगर किसी को बुखार है, तो गेंदा फूल की चाय पीने से आराम मिलता है. वहीं जिसके दांत में दर्द हो, वह गेंदे की कुछ पत्तियों को लेकर पानी में अच्छे से उबाल लें और फिर उससे गरारा करें. दिन में 2 से 3 बार ऐसा करने से आराम मिल जाएगा. जो लोग अक्सर माइग्रेन के दर्द से परेशान रहते हैं, तो वह लोग गेंदे के फूलों को सुखाकर उनकी पंखुड़ियों का पाउडर बना लें और फिर इसे सरसों के तेल में घोलकर दर्द वाली जगह पर लेप लगा दें, आराम मिल जाएगा.
स्किन के लिए वरदान है गेंदे के फूल
डॉ शालिनी बताती हैं कि गेंदा फूल का रस त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है. अगर कोई व्यक्ति इसका रस लगातार अप्लाई करता है, तो उसके चेहरे पर चमक आती है. जिन लोगों के स्किन पर मुहांसे, दाग-धब्बे होते हैं, उनके लिए भी यह बहुत फायदेमंद है. यह झुर्रियां को दूर करता है. इसके अलावा जिन लोगों को भूख नहीं लगती है, वह गेंदे की पत्तियों के रस का भी सेवन कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 14, 2024, 13:44 IST
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