हाइलाइट्स
दूध में संपूर्ण पोषक तत्व मौजूद होता है, इसलिए यह हर इंसान के लिए फायदेमंद है.
पर कुछ मामलों में सावधानी बरतने की जरूरत है.
नामुराद बीमारी डायबिटीज तेजी से अपने देश को चंगुल में जकड़ने लगी है. मोटे तौर पर करीब 9 करोड़ लोग इस शुगर की बीमारी से पीड़ित हैं. पर चिंता इससे कहीं ज्यादा है. क्योंकि अगले 10 सालों में भारत में 25 करोड़ लोगों के शुगर की चपेट में आने का अंदेशा है. डायबिटीज में इंसुलिन की मात्रा पर्याप्त नहीं होती. यह इंसुलिन हार्मोन ही शरीर में शुगर को अवशोषित कर उसे एनर्जी में बदल देता है. इसलिए इसे शुगर की बीमारी भी कहते हैं. अब शुगर की बीमारी में शुगर यानी चीनी या चीनी से बनी चीजें ज्यादा नहीं खानी है, यह बात लगभग सबको पता है लेकिन खान-पान के मसलों में अन्य चीजें क्या खाएं, क्या नहीं खाएं, इसे लेकर अक्सर कंफ्यूजन रहता है. इसलिए हमने मैक्स अस्पताल, गुड़गांव में डायबिटीज के एक्सपर्ट डॉ. पारस अग्रवाल से बात की.
कौन सा दूध डायबिटीज मरीजों के लिए नुकसानदेह
डायबिटीज के मरीज क्या खाएं, इसे पर मरीज और घर वाले परेशान रहते हैं. हम सब जानते हैं कि दूध में संपूर्ण पौष्टिक तत्व होता है. हर मायने में दूध हमारे लिए फायदेमंद है. लेकिन कुछ लोगों का मानना है कि दूध डायबिटीज मरीजों के लिए नुकसानदेह है. डॉ. पारस अग्रवाल ने बताया कि दूध डायबिटीज मरीजों के लिए सामान्य अर्थों में नुकसानदेह नहीं है लेकिन फुल क्रीम दूध डायबिटीज मरीजों को नुकसान कर सकता है. फुल क्रीम दूध में फैट बहुत अधिक रहता है. फैट अप्रत्यक्ष रूप से खून की धमनियों में कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है जिससे हार्ट संबंधी कई जटिलताएं हो सकती है. चूंकि जितने लोगों को डायबिटीज हैं, उनमें से अधिकांश मोटापे और ब्लड प्रेशर या हार्ट संबंधी जटिलताओं से पीड़ित रहते हैं, इसलिए ये फुल क्रीम दूध डायबिटीज मरीजों में मोटापे और हार्ट की जटिलताओं को और बढ़ा सकता है. इसलिए फुल क्रीम डायबिटीज मरीजों को नहीं खाना चाहिए.
फिर कौन सा दूध फायदेमंद
डॉ. पारस अग्रवाल कहते हैं कि अगर आप फुल क्रीम की जगह टोंट मिल्क या डबल टोंट मिल्क का सेवन कर रहे हैं तो इससे कोई नुकसान नहीं होगा. इसमें फैट बहुत कम और प्रोटीन ज्यादा होता है. प्रोटीन अगर ज्यादा भी हो जाए तो डायबिटीज मरीजों को कोई खास नुकसान नहीं होता. दूसरी ओर टोंट या डबल टोंस मिल्क में प्रोटीन के अलावा कैल्शियम, कार्बोहाइड्रैट जैसे तत्व भी होते हैं. दूध में जो कार्बोहाइड्रैट होता है, वह भी कम कैलोरी वाला होता है. 1 कप दूध में सिर्फ 13 ग्राम कार्बोहाइड्रैट होता है जबकि एक कप कोला में 30 ग्राम कार्बोहाइड्रैट होता है. इसलिए दूध पीना चाहिए. डॉ. पारस अग्रवाल ने कहा कि मेरी सलाह है कि डायबिटीज मरीजों को भैंस की जगह गाय का दूध पीना चाहिए क्योंकि गाय का दूध ज्यादा फायदेमंद होता है. गाय के दूध में ए-2 बीटा कैसीन प्रोटीन होता है. ए-2 मिल्क तेजी से डाइजेस्ट हो जाता है जो ऑवरहेल्थ के लिए फायदेमंद है.
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Tags: Diabetes, Health, Health tips
FIRST PUBLISHED : February 15, 2024, 12:03 IST